भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी का भाषण को लेकर तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमों एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के चेहरे पर झुंझलाहट साफ देखने को मिल रही है।
तृणमूल कांग्रेस ने अपनी वेबसाइट के जरिए कड़ी प्रतिक्रिया जताई है। वेबसाइट के अनुसार मोदी ने अपनी पार्टी की रैली में राज्य के बारे में तथ्यात्मक रूप से गलत आंकड़ें पेश किए हैं।
तृणमूल कांग्रेस का कहना है कि बंगाल में विकास हुआ है और मोदी को अपने आंकड़ों को दुरुस्त करने की जरूरत है। तृणमूल की वेबसाइट पर डाली गई एक टिप्पणी में कहा गया है, गुजरात के मुख्यमंत्री ने कुछ बयान दिए, जो तथ्यात्मक रूप से गलत हैं।
उल्लेखनीय है कि मोदी ने कोलकाता महानगर के ब्रिगेड मैदान में आयोजित अपने चुनाव प्रचार अभियान रैली के दौरान राज्य की वर्तमान स्थिति को लेकर जनता से सवाल किया था कि ममता बनर्जी ने राज्य में आखिर कौन-सा परिवर्तन लाया है ? मोदी ने कहा था कि राज्य में केवल 35 फीसद स्कूलों में बिजली है और राज्य में 60 फीसद बालिका विद्यालयों में शौचालय हैं।
मोदी के भाषणीय आंकड़ों पर पलटवार करते हुए तृणमूल कांग्रेस का मानना है कि मोदी को जिस अनुसंधान ने ये आंकड़ें दिए, वे साफ तौर पर किसी पुरानी रिपोर्ट पर आधारित हैं।
एक समीक्षा समिति की रिपोर्ट के अनुसार बंगाल में 98 फीसद स्कूलों में शौचालय हैं, वहीं अधिकतर प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में निर्बाध बिजली आपूर्ति है।
यही नहीं, पश्चिम बंगाल राज्य के 98 प्रतिशत स्कूलों में शौचालय की व्यवस्था है और लगभग सभी प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक सरकारी विद्यालयों में निर्बाध रूप से बिजली की आपूर्ति की जा रही है।
वेबसाइट के मुताबिक, पश्चिम बंगाल देश का इकलौता राज्य है जिसके पास बिजली बैंक है। ऊर्जा मंत्री ने कुछ माह पहले विधानसभा सत्र में सदन को सूचित किया था कि इस साल के अंत तक राज्य ग्रामीण विद्युतीकरण योजना (आरइसी) के जरिए सौ फीसद ग्रामीण विद्युतीकरण करने वाला पहला राज्य बन जाएगा।