राजनामा.कॉम। गूगल को अब फ्रांस के 121 न्यूज वेबसाइट्स को 551 करोड़ रुपए चुकाने होंगे। ऐसा इसलिए क्योंकि उसने अपने प्लेटफॉर्म पर अखबारों व न्यूज वेबसाइट्स की खबरों के साथ विज्ञापन दिखाकर लाखों अरबों रुपए की कमाई की है।
दरअसल, फ्रांस के नए कानून के तहत उसने पिछले महीने फ्रांस के अखबारों के संगठन एपीआईजी अलायंस के साथ तीन वर्ष के लिए एक समझौता किया था, जिसके तहत गूगल को अखबारों की राजनीति व सामान्य खबरों पर आए विज्ञापन से हुई कमाई में से हिस्सा देना होगा।
भुगतान दर हर इंटरनेट पर खबर देखे जाने की संख्या और सूचना के स्तर से अलग तय होगी। इस लिहाज से गूगल कितनी रकम चुकाएगा, यह अब सामने आया है। खास बात है कि यह पैसा उसे खबरों के छोटे स्वरूप को अपने प्लेटफॉर्म पर दिखाने के लिए चुकाना होगा।
शुरू में गूगल इसके लिए तैयार नहीं था। पेरिस न्यायालय ने अक्टूबर में गूगल को समझौता करने को कहा था। नवंबर में वह चंद कंपनियों से समझौते को राजी हुआ था, लेकिन प्रेस संस्थानों व एएसपी जैसी एजेंसियों ने इसे नकार दिया, जिसके बाद आखिर में गूगल को घुटने टेकने पड़े।
वहीं, 2014 में स्पेन के समाचार संगठनों को भी इसी प्रकार रकम चुकाने के लिए वहां कानून बनाया गया था। इस पर गूगल ने स्पेन में अपना ‘गूगल न्यूज’ सेक्शन ही बंद कर दिया ताकि कमाई में हिस्सा न देना पड़े।
लिहाजा इसी तरह गूगल सर्च परिणामों में फ्रांसिसी समाचार संस्थानों का कंटेंट हटाने की तैयारी कर रहा था, जिस पर फ्रांस के प्रतिस्पर्धा आयोग ने उसे चेताया।
अंतत: सरकार के सख्त रुख के आगे गूगल झुका। समझौते के साथ समाचार संस्थानों से मिले कंटेंट के अनुसार उनकी हिस्सेदारी तय होगी।
बता दें कि ऑस्ट्रेलियाई सरकार भी इसी प्रकार कानून बनाने की राह पर है। गूगल इसका कड़ा विरोध कर रहा है, रोजाना नई धमकियां दे रहा है। माना जा रहा है कि अगले दो-तीन वर्षों में दर्जनों नए यूरोपीय देश भी फ्रांस जैसा कानून बना लेंगे।