अन्य
    Thursday, January 16, 2025
    अन्य

      सचिन तेंदुलकर की डीपफेक मामले पर सरकार का कड़ा रुख, होंगे ये नए नियम जारी

      राजनामा.कॉम। भारत की केन्द्र सरकार डीपफेक मामले को लेकर काफी सख्त दिख रही है। लिहाजा इसे लेकर वह कड़े नियम लाने की कवायद में है। अब केंद्र सरकार ने इस मामले में बड़ा फैसला लिया है। सरकार 7-8 दिन के भीतर इस संबध में आईटी एक्ट के नए नियम जारी करेगी। नए नियम आने के बाद डीपफेक के आरोपियों के खिलाफ आईटी एक्ट के तहत कार्रवाई होगी।

      इस विषय पर सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने मंगलवार को कहा कि नए नियमों में डीपफेक से जुड़े प्रावधानों को क्लियर किया जाएगा।

      सरकार अगले सात से आठ दिनों में संशोधित आईटी नियम जारी करने जा रही है। मंत्री की प्रतिक्रिया सचिन तेंदुलकर के डीपफेक वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद आई है।

      केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि सरकार ने इसके लिए एक एडवाइजरी जारी की है और यदि सरकार को लगेगा कि इस एडवाइजरी का पालन नहीं किया जा रहा है तो इसको लेकर स्पष्ट प्रावधानों के साथ संशोधित नया आईटी नियम भी लाया जाएगा।

      चंद्रशेखर ने कहा कि आईटी नियम में पहले ही फेक न्यूज और डीपफेक पर कार्रवाई का प्रावधान है, जिसका पालन करना अनिवार्य है।

      इस दौरान उन्हें यह भी बताया कि इन नियमों का पालन नहीं करने पर क्या कार्रवाई की जा सकती है।

      केंद्रीयमंत्री ने स्पष्ट किया कि डीपफेक वीडियो रोकने की जिम्मेदारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की है और यदि कोई भी प्लेटफॉर्म इसमें चूक करता है तो सरकार उसके खिलाफ एक्शन लेगी। कंपनियां अपने प्लेटफॉर्म को ऐसे लोगों को यूज करने की इजाजत न दें।

      गौरतलब है कि हाल ही में और फिर क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर का डीपफेक वीडियो सामने आया था।

      वीडियो सामने आने के बाद क्रिकेटर ने स्पष्टीकरण जारी किया और फैंस से गलत सूचना के झांसे में न आने का आग्रह किया था और उन्होंने प्रौद्योगिकी के दुरुपयोग पर चिंता व्यक्त की थी।

      उन्होंने कहा यह भी कहा था कि गलत सूचना और डीपफेक के प्रसार को रोकने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की ओर से तत्काल कार्रवाई महत्वपूर्ण है।

      बता दें कि इससे पहले अभिनेत्री रश्मिका मंदाना का डीपफेक वीडिया वायरल हुआ था।

       सुप्रीम कोर्ट ने पत्रकारों के डिजिटल उपकरणों को जब्त करने पर जतायी चिंता, कहा…

      सोशल मीडिया में वायरल हुआ न्यूज18 बिहार झारखंड न्यूज चैनल की यह सनसनीखेज फर्जी खबर

      बिहारः अररिया जिला के रानीगंज में दैनिक जागरण संवादाता की गोली मारकर हत्या

      खरमोर पक्षीः कुछ मीडिया बता रहे विदेशी तो बॉम्बे नेचरल हिस्ट्री सोसायटी पूर्णतः भारतीय?

      नहीं रहे वरिष्ठ पत्रकार डॉ. वेदप्रताप वैदिक, बाथरुम में गिरे, उठा शव

      सोशल मीडिया पर पुलिस का संदिग्धों की पहचान उजागर करना कितना उचित?

      "न्यायिक और कानून प्रवर्तन प्रणालियों को यह सुनिश्चित करना...

      दिवंगत पत्रकार के परिजनों को मिला प्रेस क्लब ऑफ सरायकेला-खरसावां का संबल

      राजनामा.कॉम। सरायकेला-खरसावां जिले के एकमात्र मान्यता प्राप्त पत्रकार संगठन...

      यूट्यूब वीडियो डाउनलोड करने से पहले जान लें मोबाइल-लैपटॉप हैक होने का खतरा

      राजनामा.कॉम। आज-कल बेहद लोकप्रिय वीडियो प्लेटफॉर्म यूट्यूब पर जानकारी...

      Russia-Google dispute: कितना उचित है युद्ध मशीन की फंडिंग के लिए पुतिन द्वारा गूगल से 100 मिलियन डॉलर जब्त करना

      राजनामा.कॉम। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा गूगल से...

      Influencer Culture: सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स का उदय और उनका समाज पर प्रभाव

      राजनामा.कॉम डेस्क। सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर संस्कृति (Influencer Culture) का...

      न्यूज़ कवरेज में पूर्वाग्रह और उसकी पहचान कैसे की जाए

      राजनामा.कॉम डेस्क। न्यूज़ कवरेज में पूर्वाग्रह का अर्थ है...

      फेक न्यूज की पहचान कैसे करें और उसके प्रभाव को कैसे रोका जाए

      राजनामा.कॉम डेस्क। फेक न्यूज एक प्रकार की झूठी या...

      Social Media for the Youth : युवा वर्ग के लिए कितना खतरनाक और फायदामंद है सोशल मीडिया

      राजनामा.कॉम। सोशल मीडिया (Social Media) का उद्भव 21वीं सदी...

      News papers in India : भारत में समाचार पत्रों की घटती विश्वसनीयता की जानें मूल वजहें

      राजनामा.कॉम। भारत में समाचार पत्रों की घटती विश्वसनीयता एक...
      error: Content is protected !!