वेशक मीडिया में वह ताकत होती है कि किसी सरकार को पलट दे। किसी को फर्श से अर्श तो किसी अर्श से फर्श पर पहुँचा दे। लेकिन मिडिया अगर कागज के चंद टुकड़ों पर बिक जाये तो आप समझ सकते हैं, उसके नतीजे कितने भयावह ओर दूरगामी हो सकते हैं।
जी हां, हम बात कर रहे हैं गुमला के कुछ गिनती के बिकाऊ उन पत्रकारों की, जो सुबह से शाम तक कैमरा टांगकर लोगों का भया दोहन करते फिरते हैं।
ई टीवी, बिहार झारखण्ड जैसे खबरिया न्यूज चैनल के रिपोर्टर शुशील कुमार सिंह, जो पत्रकारिता कम अफसरों की द्लाली अधिक करता फिरता है, पुरे जिले के इंजीनियर, बीडीओ यहाँ तक कि कई थाना क्षेत्रों की पुलिस भी उसके रवैया से खासे परेशान दिख रहे हैं।
आपको आश्चर्य होगा कि यह रिपोर्टर आज के डेट में करोड़पति है। | रांची के चुटिया में एक आलिशान फ्लैट खरीद रखा है। इतना ही नहीं इसने पटना और रांची में करोड़ों की नामी बेनामी सम्पती अर्जित कर रखी है। यह पैसा लेकर खुद तो समाचार नहीं भेजता है, दूसरे मीडिया कर्मिंयों को भी समाचार भेजने से रोकता है। ओर उन पत्रकारों के नाम पर भी सम्बंधित पक्ष से धन की उगाही करता है।
इनके गोरखधंधे की बानगी की एक झलक पाठकों के समक्ष प्रस्तुत है……पत्रकार एवं समाजसेवी गुमला निवासी शम्भू नाथ सिंह ने विगत 9 फरवरी,2015 को कुछ इंजीनियर एवं अफसरों पर सरकारी राशी के दुरुपयोग एवं गवन से सम्बंधित मुक़दमा दायर किया गया।
कोर्ट ने सभी पर प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया है। मीडिया की गरिमा को कलुषित (गंदा) करने वाले शुशील कुमार और अश्वनी कुमार ने परिवादी शम्भू नाथ सिंह से केस से जुड़े सारे कागजात लेते हैं, उनका बाईट लेते हैं और सम्बंधित एक अभियुक्त जिनकी पोस्टिंग चाईबासा में है, उसको फोन कर सौदा कर लेते हैं। मामला ४५ लाख का था सो डील ६० हजार में हुवा।
गेटिंग सेटिंग के माहिर खिलाडी शुशील कुमार सिंह ने अभियुक्तों की ओर से उनको बचाने के लिए पुलिस को पटाने का जिमा ले लिया है। यह बिकाऊ ओर बेशर्म पत्रकार हैं। ऐसे मीडिया कर्मियों से आप क्या भरोसा कर सकते हैं। इन्होंने ठान रखा है कि ये सुधरने वाले नहीं हैं। इनकी हरकत से हर आम ओर ख़ास अजीज आ चुका है।
(गुमला के एक समाजसेवी द्वारा राजनामा.कॉम को भेजी गई सूचना )