मीडिया-दलाल को बिहार के यह बीडीओ दिखा रहे यूं आयना, लेकिन.. !

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राजनामा डॉट कॉम। कहने को पत्रकारिता लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माना जाता है लेकिन कुछ लोगों के लिए पत्रकारिता एक चोखा व्यवसाय बन गया है।  पत्रकारिता में चोखा धंधा का मोह ऐसा है कि सरकारी कर्मचारी बनने के बाद भी लोगों का पत्रकारिता से मोह भंग नहीं हो रहा है…

वैसे भी आजकल पत्रकारिता में ऐसे लोगों की बाढ़ आ गई है, जिनके लिए पत्रकारिता एक जुनून नहीं, दलाली-व्यवसाय है।

कहने का मतलब है कि पत्रकारिता में प्रोफेशनल ‘बेगर’ और दलाल घुस आए है, जिनका मूल उद्देश्य येन केन प्रकारेण धन ऐठना, ब्लैकमेलिंग तक सिमट कर रह गया है।bihar dalal media 2

ऐसा ही कुछ मामला बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के पहाड़पुर प्रखंड का है। जहाँ प्रखंड कार्यालय के कर्मचारियों, सरकारी स्कूलों के प्रधानाध्यापक, आंगनबाड़ी केन्द्र की सेविकाओं तथा अन्य विभागों में कार्यरत लोगों की शिकायत पर प्रखंड विकास पदाधिकारी, पहाड़पुर ने प्रखंड के सभी संवाददाताओं से अपनी पहचान जमा करने का पत्र दिया था।

लेकिन विकास पदाधिकारी के पत्र को संवाददाताओं ने गंभीरता से नहीं लिया। बाध्य होकर विकास पदाधिकारी ने जिला सूचना जनसंपर्क पदाधिकारी, मोतिहारी और अनुमंडल पदाधिकारी अरेराज को पत्र लिखकर फर्जी पत्रकारों पर लगाम लगाने की मांग की है।

पहाड़पुर प्रखंड विकास पदाधिकारी को पिछले साल शिकायत मिली थी कि सरकारी शिक्षक बने पत्रकार और अनाधिकृत व्यक्तियों द्धारा प्रेस लिखे वाहन से भ्रमण कर अपने को पत्रकार बताकर प्रखंड कार्यालय के कर्मचारियों, सरकारी स्कूलों के प्राधानाध्यापक, आंगनबाड़ी केंद्रों के सेविकाओं पर धौंस जताकर उन्हें ब्लैकमेल किया जा रहा है।

यहाँ तक कि दलाली और ब्लैकमेलिंग के इरादे से तस्वीर लेकर सौदेबाजी की जाती है। नहीं मानने पर तस्वीर सोशल मीडिया यथा फेसबुक, व्हाट्सएप ग्रुप में डाल दिया जाता है।

इस तरह की घटनाएं आएं दिन होती रहती है। प्रखंड में कई ऐसे पत्रकार है, जो सरकारी शिक्षक भी है जो स्कूल न जाकर राजनीतिक कार्यक्रमों में ज्यादा भाग लेते हैं।

इस शिकायत के आलोक में पहाड़पुर बीडीओ ने ज्ञापांक-51, दिनांक-25 जनवरी, 2019 को सभी संवाददाताओं से संपादक द्वारा निर्गत प्रेस कार्ड, एमबीआई पंजीयन संख्या, वाहन संख्या आदि कागजात की मांग की गई थी।

लेकिन प्रखंड के दो पत्रकारों के अलावा किसी अन्य ने कागजात जमा नही किये। इसके बाद भी बीडीओ को शिकायत बदस्तूर मिल रही है।

जिसके बाद बीडीओ ने फिर से ब्लैकमेलर और दलाल पत्रकारों पर लगाम लगाने के लिए एक बार फिर से कमर कस ली है।

बीडीओ ने अपने कार्यकाल के ज्ञापांक-466 दिनांक-05 सितंबर,2020 को जारी पत्र में फिर से प्रखंड के संवाददाताओं को कागजात जमा करने का आदेश देते हुए इसकी सबंधित जानकारी जिला सूचना जनसंपर्क पदाधिकारी, मोतिहारी, अनुमंडल पदाधिकारी अरेराज सहित प्रखंड के सभी पदाधिकारियों को इस आशय का पत्र भेजा है।