नई दिल्ली (इंडिया न्यूज रिपोर्टर)। माइक्रो ब्लोगिंग साइट ट्विटर ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कई बड़े नेताओं के साथ संघ प्रमुख मोहन भागवत के हैंडल से भी ब्लू बैज हटा दिया है।
इसकी वजह से आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख अरुण कुमार, सरकार्यवाह सुरेश जोशी, सह-सरकार्यवाह सुरेश सोनी और कृष्णगोपाल जी के ट्विटर हैंडल पर अब ब्लू बैज नजर नहीं आ रहा है।
जानकारी हो कि इससे पहले ट्विटर ने उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू के पर्सनल वेरीफाइड अकाउंट से भी ब्लू बैज हटा दिया था। हालांकि, दो घंटों बाद ही उपराष्ट्रपति के ट्विटर हैंडल को ब्लू टिक वापस कर दिया गया।
ट्विटर के अनुसार, ट्विटर पर ब्लू वेरीफाइड बैज लोगों को यह बताता है कि किसी ऑथेंटिक अकाउंट पर पब्लिक का इंटरेस्ट है। बता दें ट्विटर ने हाल ही में अपनी ब्लू टिक वेरीफिकेशन प्रोसेस को दोबारा शुरू किया है।
साथ ही उसने पुराने हैंडल्स को क्रॉस-चेक करते हुए ब्लू बैज को हटाना शुरू किया है। इसी के तहत आरएसएस के इन बड़े नेताओं के ट्विटर हैंडल पर अब ब्लू बैज नजर नहीं आ रहा है।
वहीं, एम. वेंकैया नायडू को ब्लू टिक वापस करने के बाद अब उनके ट्विटर हैंडल पर ये ब्लू बैज फिर नजर आने लगा है।
ब्लू बैज प्राप्त करने के लिए, आपका खाता ऑथेंटिक, नोटेबल और सक्रिय होना चाहिए।
ब्लू बैज का उद्देश्य वेरीफाइड करने के लिए ट्विटर के साथ एक अकाउंट की पहचान की पुष्टि करके प्लेटफॉर्म पर यूजर्स के बीच विश्वास को प्रोत्साहित करना और बनाए रखना है।
ट्विटर के अनुसार, वेरीफिकेशन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स की प्रतिबद्धता का हिस्सा है, जिसमें लोगों को सार्वजनिक हित को ध्यान में रखते हुए अकाउन्ट्स की ऑथेंटिसिटी के बारे में सूचित करके सार्वजनिक बातचीत की कमिटमेंट की जाती है।
वेरीफाइड होने के लिए, एक अकाउंट नोटेबल, ऑथेंटिक और एक्टिव होना चाहिए। ट्विटर जिन 6 प्रकार के अकाउन्ट्स की पुष्टि करता है, उनमें सरकारी कंपनियां, ब्रांड और गैर-लाभकारी संगठन, समाचार संगठन और पत्रकार, मनोरंजन, खेल और निर्यात, कार्यकर्ता, आयोजक और अन्य प्रभावशाली व्यक्ति शामिल हैं।