राजनामा.कॉम। वैश्विक महामारी कि दूसरे लहर में सबसे ज्यादा अगर कोई प्रभावित हुआ है तो वह है देश का चौथा स्तंभ, यानी पत्रकार समुदाय।
वैसे देश के कई राज्यों ने पत्रकारों को कोरोना वारियर्स घोषित करते हुए उनके लिए सरकारी सहायता का ऐलान किया है, लेकिन झारखंड सरकार की ओर से अब तक राज्य के पत्रकारों को कोरोनावारियर्स का दर्जा नहीं दिए जाने से राज्य के पत्रकारों में नाराजगी देखी जा रही है।
झारखंड ने भी इस महामारी में अपने राज्य के 35 पत्रकारों को खो दिया है। बावजूद इसके राज्य सरकार की ओर से पत्रकारों को कोरोनावारियर्स घोषित नहीं करना राज्य सरकार का पत्रकारों के प्रति उदासीनता दर्शाती है।
इधर द प्रेस क्लब ऑफ सरायकेला- खरसावां की ओर से अपने सदस्य पत्रकारों को शनिवार को मेडिकल किट मुहैया कराया गया। अपने साठ से भी अधिक पदाधिकारियों एवं सदस्यों के लिए मेडिकल किट में वेपोराइजर, फेसशील्ड, मास्क और सेनेटाइजर दिया गया।
जमशेदपुर प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष ब्रजेश सिंह एवं द प्रेस क्लब ऑफ सरायकेला- खरसावां के अध्यक्ष मनमोहन सिंह राजपूत ने पत्रकारों को मेडिकल किट देते हुए इसका प्रयोग करने एवं कोरोना गाइडलाइंस का पालन करते हुए पत्रकारिता धर्म का निर्वहन करने की अपील की।