अन्य
    Thursday, January 16, 2025
    अन्य

      जागरण प्रकाशन हुआ विदेशी गुलाम

      खबर है कि जागरण प्रकाशन लिमिटेड (जेपीएल) की होल्डिंग कंपनी जागरण मीडिया नेटवर्क इनवेस्‍टमेंट प्राइवेट लिमिटेड में मारिशस की प्राइवेट इक्विटी फर्म ब्‍लैकस्‍टोन जीपीवी कैपिटल पार्टनर्स ने 225 करोड़ रुपये का निवेश किया है.
      जेपीएल ने बांम्‍बे स्‍टॉक एक्‍सचेंज को इसकी सूचना दे दी है. ब्‍लैक स्‍टोन ने जेपीएल को पैसे स्‍थानांतरित कर दिए हैं. कंपनी के अनुसार ये सीधा विदेशी निवेश है, इसके लिए फॉरेन इंवेस्‍टमेंट बोर्ड से जून महीने में ही इसकी अनुमति मिल गई थी.
      जागरण मीडिया नेटवर्क इंवेस्‍टमेंट प्राइवेट लिमिटेड (जेएमएनआईपीएल) पिछले सप्‍ताह जागरण प्रकाशन लिमिटेड में 59.46 प्रतिशत इक्विटी शेयर के साथ होल्डिंग कंपनी बन गई है.

      सोशल मीडिया पर पुलिस का संदिग्धों की पहचान उजागर करना कितना उचित?

      "न्यायिक और कानून प्रवर्तन प्रणालियों को यह सुनिश्चित करना...

      दिवंगत पत्रकार के परिजनों को मिला प्रेस क्लब ऑफ सरायकेला-खरसावां का संबल

      राजनामा.कॉम। सरायकेला-खरसावां जिले के एकमात्र मान्यता प्राप्त पत्रकार संगठन...

      यूट्यूब वीडियो डाउनलोड करने से पहले जान लें मोबाइल-लैपटॉप हैक होने का खतरा

      राजनामा.कॉम। आज-कल बेहद लोकप्रिय वीडियो प्लेटफॉर्म यूट्यूब पर जानकारी...

      Russia-Google dispute: कितना उचित है युद्ध मशीन की फंडिंग के लिए पुतिन द्वारा गूगल से 100 मिलियन डॉलर जब्त करना

      राजनामा.कॉम। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा गूगल से...

      Influencer Culture: सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स का उदय और उनका समाज पर प्रभाव

      राजनामा.कॉम डेस्क। सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर संस्कृति (Influencer Culture) का...

      न्यूज़ कवरेज में पूर्वाग्रह और उसकी पहचान कैसे की जाए

      राजनामा.कॉम डेस्क। न्यूज़ कवरेज में पूर्वाग्रह का अर्थ है...

      फेक न्यूज की पहचान कैसे करें और उसके प्रभाव को कैसे रोका जाए

      राजनामा.कॉम डेस्क। फेक न्यूज एक प्रकार की झूठी या...

      Social Media for the Youth : युवा वर्ग के लिए कितना खतरनाक और फायदामंद है सोशल मीडिया

      राजनामा.कॉम। सोशल मीडिया (Social Media) का उद्भव 21वीं सदी...

      News papers in India : भारत में समाचार पत्रों की घटती विश्वसनीयता की जानें मूल वजहें

      राजनामा.कॉम। भारत में समाचार पत्रों की घटती विश्वसनीयता एक...
      error: Content is protected !!