राजनामा.कॉम। पत्रकार बसंत साहू को जेल भेजे जाने के खिलाफ रांची प्रेस क्लब की ओर से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नाम एक ज्ञापन बुधवार को कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री सचिवालय में सौंपा गया।
जिसमें पत्रकार की अविलंब रिहाई सहित इस मामले की उच्चस्तरीय जांच कर दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गयी है।
इसके साथ ही रांची प्रेस क्लब ने मंगलवार को आपात बैठक कर निर्णय लिया था कि यदि 24 घंटे के भीतर पत्रकार बसंत साहू की रिहाई नहीं होती है तो गुरुवार 28 मई को क्लब के सदस्य पत्रकार काला बिल्ला लगाकर अपना विरोध दर्ज करेंगे।
अभी तक के प्राप्त जानकारी के अनुसार पत्रकार की रिहाई नहीं हुई है। इसलिए अपने निर्धारित कार्यक्रम के तहत रांची प्रेस क्लब के सदस्य पत्रकार गुरुवार को काला विल्ला लगाकर अपना विरोध दर्ज करेंगे।
बता दें कि चांडिल के पत्रकार बसंत साहू को सरायकेला-खरसावां जिला पुलिस प्रशासन ने पिछले दिनों एक मनगढंत केस कर जेल भेजने का काम किया है। जिला शासन के इस कार्रवाई से राज्यभर के पत्रकारों में भारी आक्रोश है।
रांची प्रेस क्लब ने ज्ञापन सौंप मुख्यमंत्री को यह भी बताने का काम किया है कि कोविड -19 के इस संक्रमण काल के दौरान पुलिस ने हमारे कई साथी पत्रकारों के साथ दुर्व्यवहार, यहां तक कि मारपीट तक की।
हमारे साथी पत्रकार कोरोना महामारी में अपनी जान जोखिम में डाल जन सेवा के कार्य में जूटे हैं और पुलिस आज उन्हीं पर लाठियां बरसा रही है। झूठे मुकदमें में जेल भेजने का काम करती है।
सिर्फ इसलिए कि पत्रकार अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए जनता तक सच्चाई न पहुंचायें। बसंत साहू के मामले में रांची प्रेस क्लब शीघ्र ही बैठक कर आगे की रणनीति पर निर्णय लेगी।
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