Thursday, December 7, 2023
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    Homeसीधी नजर

    सोशल मीडिया में वायरल हुआ न्यूज18 बिहार झारखंड न्यूज चैनल की यह सनसनीखेज फर्जी खबर

    राजनामा.कॉम। न्यूज18 बिहार झारखंड न्यूज चैनल ने नालंदा जिले की एक घटना लेकर फर्जी खबर दिखाया है। इस खबर में कहीं की घटना में कहीं की वीडियो फुटेज दिखाई गई है। दरअसल इस वीडियो का खबर विम्स पावापुरी से कोई लेना देना नहीं है और फोरलेन सड़क निर्माण गावर कन्सट्रक्शन...

    न्यूज18 के रिपोर्टर ने लिया यूट्यूबर से पंगा, यूट्यूबर ने उड़ा डाली धज्जियाँ !

    राजनामा.कॉम। आज सूचना संचार क्रांति के इस नए दौर में सोशल मीडिया एक मजबूत मंच बन गया है। फेसबुक, ट्वीटर के साथ यूट्यूब के मजबूत वर्चस्व से कोई इन्कार नहीं कर सकता है। यूट्यूब ने तो जर्नलिज्म का एथिक्स ही बदल डाला है। आज न्यूज चैनलों से अधिक यूट्यूबरों की पकड़...

    शिवराज सरकार के माथे पर कलंक का टीका पत्रकार के साथ पुलिस का यह गंदा रवैया

    राजनामा.कॉम डेस्क। मध्य प्रदेश में एक आदिवासी के चेहरे पर सत्ताधारी दल के स्थानीय नेता के पेशाब करने की घटना पर बवाल शांत भी नही हुआ था कि छतरपुर जिले से एक पत्रकार के सिर पर पेशाब करने का शर्मनाक वाकया सामने आ गया। इस मामले का आरोपी सत्ताधारी दल...

    प्रेस व पत्र-पत्रिका पंजीकरण विधेयक-2023 राज्य सभा में पारित, IB मिनिस्टर ने कही ये बात

    राजनामा.कॉम। प्रेस और पत्र-पत्रिका पंजीकरण विधेयक, 2023 (PRP) गुरुवार को राज्यसभा में पारित हो गया। यह विधेयक प्रेस और पुस्तक पंजीकरण अधिनियम, 1867 (PRB) को निरस्त करने के लिए लाया गया है। विधेयक का उद्देश्य पत्र-पत्रिकाओं के शीर्षक सत्यापन और पंजीकरण की ऑनलाइन प्रक्रिया को सरल बनाना है। सदन ने विपक्ष...

    खरमोर पक्षीः कुछ मीडिया बता रहे विदेशी तो बॉम्बे नेचरल हिस्ट्री सोसायटी पूर्णतः भारतीय?

    राजनामा.कॉम। यूं तो मीडिया की भूमिका समाज को सजग करने की होती है लेकिन एक मामले ने कुछ तथा कथित मीडिया के ज्ञान को संज्ञान में लेने जैसा है मामला भले ही दिखने में छोटा हो लेकिन सवाल हर किसके जहन में रहता है कि हम हर बात को जाने...

    बिहारः नालंदा में पत्रकारों पर जानलेवा हमला का शोर की पत्रकारिता का सच

    राजनामा.कॉम। बिहार के सीएम नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा में पत्रकारिता की बेड़ा गर्क है। गली-गली उगे यूट्यूबर्स ने तो और भी बेड़ा गर्क रखा है। इन्हें मीडिया के एथिक्स का सामान्य ज्ञान भी नहीं झलकता है। न कोई योग्यता और न कोई प्रशिक्षण। बस हजार रुपए का माइक-आईडी...
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