राजनामा.कॉम। यूक्रेन और रूस के बीच जंग का आज पांचवां दिन है। अमेरिका, कनाडा और ब्रिटेन जैसे तमाम देशों ने रूस पर कई तरह के प्रतिबंधों की घोषणा की है।
इस बीच सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म यू-ट्यूब, फेसबुक और ट्विटर ने रूसी मीडिया आउटलेट्स की तरफ से चलाए जा रहे विज्ञापनों को ब्लॉक करने की घोषणा की है।
यह उसी फैसले का हिस्सा है, जिसमें पश्चिम ने मॉस्को के खिलाफ प्रतिबंधों का एक नए सेट के लिए तैयार किया है।
मेटा (Meta), जो पहले फेसबुक था, उसके सुरक्षा नीति के प्रमुख नथानिएल ग्लीचर ने कहा कि फेसबुक ने यूक्रेन में रूसी सैन्य अभियान को लेकर रूसी मीडिया पर विज्ञापन चलाने और मंच से कमाई करने पर प्रतिबंध लगा दिया है।
ग्लीचर ने कहा, ‘अब हम रूसी मीडिया को दुनिया में कहीं भी हमारे मंच पर विज्ञापन चलाने या उसे पैसे कमाने से रोक रहे हैं। हम रूसी मीडिया पर अतिरिक्त लेबल भी लागू करना जारी रखते हैं। ये बदलाव पहले ही शुरू हो चुके हैं और सप्ताह के अंत तक जारी रहेंगे।’
ग्लीचर ने एक ट्वीट में कहा, ‘सुरक्षा नीति में कहा गया है कि कंपनी यूक्रेन में स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रही है और अपने मंच पर लोगों की सुरक्षा के लिए उठाए जा रहे कदमों को साझा करती रहेगी।’
मेटा ने यूक्रेन में लोगों के लिए वन-क्लिक टूल भी शुरू किया है, जिससे वे अपनी प्रोफाइल लॉक कर सकते हैं, ताकि केवल दोस्त ही उनकी पोस्ट, फोटो और स्टोरी देख सकें।
वहीं, ट्विटर ने रूस और यूक्रेन दोनों जगहों पर सभी विज्ञापनों को बंद कर दिया है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि जरूरी सार्वजनिक सुरक्षा जानकारी सही हों और विज्ञापन से इसमें कोई रुकावट न हो।
इसके अतिरिक्त ट्विटर हेरफेर की जांच के लिए ट्वीट्स की निगरानी भी कर रहा है और उनके खिलाफ ‘प्रवर्तन कार्रवाई’ करेगा। ट्विटर ने कहा कि वह अधिग्रहण या हेरफेर को रोकने के लिए पत्रकारों, सरकारी अधिकारियों, कार्यकर्ताओं और हाई-प्रोफाइल अकाउंट्स की निगरानी कर रहा है।
‘द वर्ज’ के साथ शेयर किए गए एक बयान में ट्विटर के प्रवक्ता केटी रोसबोरो ने कहा कि प्लेटफॉर्म यूक्रेन में चल रहे संघर्ष की निगरानी करना जारी रखेगा और हमारा ध्यान ट्विटर पर बातचीत की सुरक्षा और अखंडता की रक्षा पर रहेगा।
रोसबोरो ने कहा, ‘इस काम के हिस्से के रूप में, हमने महत्वपूर्ण जानकारी हासिल करने वाले लोगों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए यूक्रेन और रूस में विज्ञापनों को अस्थायी रूप से रोक दिया है। हम सतर्क रहते हैं और स्थिति की बारीकी से निगरानी करना जारी रखेंगे।’
वहीं रूस ने भी सोशल मीडिया के सूचना प्रवाह के चलते ट्विटर को ब्लॉक कर दिया है। इससे पहले रूस ने फेसबुक को ब्लॉक किया था।
यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद अल्फाबेट के स्वामित्व वाले यू-ट्यूब ने भी रूस पर बड़ी कार्रवाई की है। यू-ट्यूब ने रूसी सरकार के RT सहित कई मीडिया चैनलों के लिए वीडियो विज्ञापन से मिलने वाले पैसे पर प्रतिबंध लगा दिया है।
यू-ट्यूब के प्रवक्ता आइवी चोई ने कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म यू-ट्यूब कई रूसी चैनलों के मुद्रीकरण (Monetization) पर रोक लगा रहा है, क्योंकि यूरोपीय संघ के हाल के प्रतिबंधों में रूस के कई मीडिया चैनल भी शामिल हैं।
मीडिया आउटलेट ने चोई के हवाले से कहा कि यू-ट्यूब नए घटनाक्रम के मुताबिक आगे की कार्रवाई कर सकता है। उन्होंने कहा, ‘हम इन चैनलों के रिकमेंडेशन को जरूरी कदम के तौर पर सीमित कर देंगे।’
यू-ट्यूब ने यह भी कहा कि उसने अपनी नीतियों का उल्लंघन करने वाले चैनलों और वीडियो को भी प्लेटफॉर्म से हटा दिया है, जो किसी तरह के धोखेबाजी में शामिल थे।
बता दें कि इस समय कई देश रूस से खार खाए हुए हैं, क्योंकि कोई भी देश इस युद्ध को होने नहीं देना चाहता। इसलिए अमेरिका, कनाडा और ब्रिटेन जैसे तमाम देशों ने रूस पर कई तरह के प्रतिबंधों की घोषणा की है।
यू-ट्यूब ने भी राज्य समर्थित रूसी मीडिया आउटलेट्स द्वारा चलाए जा रहे चैनलों पर विज्ञापन रोक दिया है।
इसके अतिरिक्त रूसी मीडिया आउटलेट भी गूगल के टूल के जरिए कोई ऐड स्पेस नहीं खरीद पाएंगे। सर्च व जीमेल जैसी दूसरी गूगल सर्विस पर भी विज्ञापन नहीं डाल पाएंगे।
गूगल के प्रवक्ता माइकल एसिमन ने कहा कि वे नए डेवलपमेंट पर सक्रिय तरीके से नजर रख रहे हैं और अगर जरूरत पड़ी तो आगे भी कड़े कदम लिए जाएंगे।
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