राजनामा.कॉम। आज सूचना संचार क्रांति के इस नए दौर में सोशल मीडिया एक मजबूत मंच बन गया है। फेसबुक, ट्वीटर के साथ यूट्यूब के मजबूत वर्चस्व से कोई इन्कार नहीं कर सकता है। यूट्यूब ने तो जर्नलिज्म का एथिक्स ही बदल डाला है।
आज न्यूज चैनलों से अधिक यूट्यूबरों की पकड़ अधिक मजबूत हो चला है। यही कारण है कि आज देश के बड़े बड़े पत्रकार भी यूट्यूब पर आकर अपना काम कर रहे हैं। न्यूज चैनलों के एकंर रिपोर्टर से उनकी अधिक कमाई भी हो रही है।
बहरहाल, बिहार के नालंदा जिले में एक न्यूज चैनल के रिपोर्टर ने एक यूट्यूबर से पंगा ले लिया। फिर क्या था। उस यूट्यूबर ने उस रिपोर्टर की धज्जियाँ उड़ा डाली। उसने न्यूज चैनल के रिपोर्टर की गतिविधियों पर कई सबाल उठा दिए।
उसी एक बड़ा सबाल यह भी है कि आखिर तथाकथित न्यूज चैनल के रिपोर्टर की माइक आईडी का इस्तेमाल कोई दूसरा यूट्यूबर कैसे और क्यों कर रहा है।
कहा जाता है कि इस चैनल की माइक आईडी करीब आधा दर्जन अनाधिकृत युवक गाहे बेगाहे करते रहते हैं। प्रमाण के तौर पर जो वीडियो शेयर की गई है, वह राजगीर नगर परिषद के चुनाव के समय की बताई जाती है।
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