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नेशनल इंटेलिजेंस ग्रिड परिसर शुरू, विकसित हो रहा आपराधिक गतिविधियों का राष्ट्रीय डेटाबेस, जाने क्या है NATGRID?

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INR डेस्क।  नेशनल इंटेलिजेंस ग्रिड परिसर शुरू, विकसित हो रहा आपराधिक गतिविधियों का राष्ट्रीय डेटाबेस केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बेंगलुरु में नेशनल इंटेलिजेंस ग्रिड (NATGRID) परिसर की शुरुआत की।

इस मौके पर गृह मंत्री ने कहा कि आंकड़ा, दायरा और जटिलता के लिहाज से पूर्वकालिक सुरक्षा चुनौतियों की तुलना में आज सुरक्षा जरूरतें काफी बदल गई हैं।

इसलिए कानूनी और सुरक्षा एजेंसियों को विश्वसनीय स्रोत से प्राप्त जानकारियों तक स्वचालित तरीके से सुरक्षित और तत्काल पहुंच की जरूरत है।

सरकार ने नेटग्रिड को डेटा संग्रह करने वाले संगठनों से जानकारी हासिल करने के लिए एक आधुनिक और अनोखा सूचना प्रौद्योगिकी प्लेटफॉर्म विकसित करने एवं संचालन का काम सौंपा है।

क्या है NATGRID ? नेशनल इंटेलिजेंस ग्रिड यानि NATGRID राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से एक महत्वपूर्ण पहल है जो सुरक्षा क्षमता को अपग्रेड कर डेटा से संबंधित परेशानियों को दूर करने में मदद करेगा।

NATGRID का ढांचा खास तौर पर अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग कर बनाया गया है, ताकि आतंकवादी गतिविधि का पता लगाने के लिए खुफिया और कानून प्रवर्तन एजेंसी की क्षमता को मजबूत करने में मदद मिल सके।

नेशनल इंटेलिजेंस ग्रिड आपराधिक गतिविधियों से संबंधित जानकारी को एकत्र कर दुर्भाग्यपूर्ण घटना में पूर्व-खाली हमलों में मदद कर सकती है या अपराधियों को ढूंढ सकती है। नेशनल इंटेलिजेंस ग्रिड खुफिया और सुरक्षा ढांचे के आमूलचूल सुधार का एक हिस्सा है।

क्या होगा फायदा ? केंद्र सरकार अपराधियों पर कड़ी निगरानी रखने के लिए एक राष्ट्रीय डेटाबेस विकसित कर रही है, जिससे हवाला लेन-देन, आतंकियों को फंडिंग, नकली मुद्रा, नशीले पदार्थों, बम विस्फोट की धमकियों, अवैध हथियारों की तस्करी और अन्य आतंकी गतिविधियों की निगरानी रखी जा सकेगी।

इस डेटाबेस की सहायता से खुफिया और कानूनी एजेंसियों को अब महत्वपूर्ण डेटा से जुड़ी बाधाओं से निपटने मे मदद मिलेगी, साथ ही डेटा एनालिटिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी की सहायता से एजेंसियों के काम करने के वर्तमान तौर तरीकों में व्यापक बदलाव आएगा।

कैसे मिलेगी मदद ? NATGRID आतंकवादी गतिविधि का पता लगाने के लिए खुफिया और कानून प्रवर्तन एजेंसी की क्षमता को मजबूत करने में मदद करने के लिए अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग करेगा।

NATGRID की सहायता से जल्द से जल्द संभव समय में खतरों का पता लगाने और उनका जवाब देने के लिए एजेंसियों को अग्रिम सूचना पहुंचाई जाएगी।

NATGRID जैसी व्यवस्था बनाकर सरकार हमारे दुश्मनों, संभावित आतंकवादियों और उनके हमदर्दों को भी कड़ा संदेश दे रही है कि उनके पकड़े जाने की पूरी संभावना है।

रखा जा रहा डेटा निजता का ख्याल नेशनल इंटेलिजेंस ग्रिड नागरिकों के डेटा की गोपनीयता का पूरी तरह ख्याल रख रहा है।

केंद्रीय गृह मंत्री ने आम नागरिकों को आश्वस्त किया है कि किसी भी समय इस व्यवस्था के माध्यम से किसी नागरिक के निजी डेटा तक कोई अनधिकृत पहुंच नहीं होगी।

डेटा की निजता को सुनिश्चित करने के लिए जरूरी प्रोटोकॉल की व्यवस्था की गई है। एजेंसियों द्वारा इस प्रणाली का इस्तेमाल सावधानी पूर्वक राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से किया जाएगा।

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