Home फीचर्ड कोरोना कालः पत्रकारों को सीमा के अंदर रहकर काम करने की जरुरत

कोरोना कालः पत्रकारों को सीमा के अंदर रहकर काम करने की जरुरत

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राज़नामा.कॉम। दिन प्रतिदिन पत्रकारों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार व धुमिल हो रही पत्रकारिता जैसे गंभीर विषय को केन्द्रित कर वर्किंग जॉर्नलिस्ट ऑफ इंडिया सारण जिला इकाई के तत्वावधान में एक बैठक का आयोजन किया गया जिसमें छपरा शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत विभिन्न समाचार पत्रों, वेब पॉर्टल व न्यूज संस्थानों के प्रतिनिधियों ने अपने अपने विचार रखे।

सभा की अध्यक्षता कर रहे डब्ल्यूजेआई सारण के जिलाध्यक्ष चंद्रप्रकाश राज ने कहा कि पत्रकारिता वर्तमान परिवेश मे एक कठिन कार्य हो गया ,है जिसको लेकर सभी चिंतित है। प्रतिदिन किसी न किसी पत्रकार के साथ कोई न कोई अप्रिय घटनाएं की खबरें आम हो गई है, जो आने वाले समय के लिए खतरनाक है वही पत्रकारों के लिए भी गंभीर विषय है इसका समाधान जल्द किया जाना चाहिए और इसका निदान हम पत्रकारों को ही करना होगा।

बैठक में मौजूद वरीय पत्रकार धर्मेंद्र रस्तोगी ने उपस्थित पत्रकारों को स्वच्छता के साथ कार्य करने व अपने मान सम्मान व कर्तव्यों के साथ किसी प्रकार का समझौता नही करने की बात कही।

वही इकाई के महासचिव पंकज श्रीवास्तव ने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि आज की युवा पीढ़ी पत्रकारिता के क्षेत्र में तो आ रही है लेकिन सीखने के वजाय नाम चमकाने के लिए कई ऐसी गलतियां कर देते है और समस्याएं खड़ी हो जाती है। जबकि ऐसा नही होना चाहिए, पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करने से पहले हमलोगों को अपने वर्तणी, सुरक्षा व व्यंगात्मक वार्तालापो पर विशेष ध्यान देना होगा तभी हम स्वच्छ पत्रकारिता कर पायेंगे।

पिछले दिनों एक वेब पॉर्टल के प्रतिनिधि व डब्ल्यू जे आई के सदस्य हिमालय राज के साथ अचानक हुई घटना ने भी पत्रकारों के लिए चुनौती खड़ा किया है। जिसको लेकर उपस्थित सदस्यों ने जिला प्रशासन के इस कृत्य को निंदनीय बताया व पत्रकार हिमालय राज के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने का आश्वासन दिया। वही अन्य साथियों को हिदायत भी दिया गया कि विवादास्पद खबरों के संकलन के समय स्वयं को सुरक्षित रखते हुए कार्य करें।

वही हिमालय राज ने कहा कि जिस तरह से तथाकथित संगठन व जिला प्रशासन द्वारा वेब पोर्टल के साथियों को फर्जी पत्रकार कहा जा रहा है यह बहुत ही निंदनीय है। इसका हम पुरजोर तरीके से विरोध करते है एक तरफ सरकार डिजीटल इंडिया की बात करती है तो दुसरी तरफ जिला प्रशासन को भी यह स्पष्ट करना चाहिए कि वेब पोर्टल के पत्रकार फर्जी कैसे? इन विषयों पर अगामी बैठको में विस्तृत चर्चा होंगी।

रंजीत भोजपुरिया ने कहा कि हर दिन हमें पत्रकारिता के क्षेत्र में कुछ न कुछ सीखने को मिलता रहता है। बस कोशिश यही रहनी चाहिए कि पत्रकारिता में इमानदारी व निष्ठा पूर्वक संगठन के साथ जुड़कर कार्य करने की क्षमता का विकास हो।

वही पत्रकार मनीष ने बताया कि बिते कई वर्षो से हमने सारण जिला मे कई पत्रकार संगठनो को कार्य करते देखा है, बनते व टूटते देखा है अनुभव के आधार पर यह कहा जा सकता है कि किसी भी पत्रकार के साथ घटित अप्रिय घटना का जिम्मेदार कही न कही संगठन भी होता है संगठन को पत्रकारों के लिए कार्यशाला का भी आयोजन करते रहना चाहिए। जिससे युवा पिढ़ियों मे स्वच्छ पत्रकारिता का विकास हो सकेगा।

सुनिल राज ने बताया कि बिहार सरकार द्वारा वेब पोर्टल पत्रकारों के लिए गाइडलाइन जारी किया गया है जिसमें उन सभी पत्रकारों की चर्चा की गई है जिसमें बेबपॉर्टल के पत्रकार भी शामिल है जिन्हें पेंशन तक देने की बात कही गई है जबकि वही दुसरी तरफ पुलिस विभाग के पदाधिकारीयों के कोपभाजन का शिकार कुछ पत्रकार साथी भी हो रहे है। लेकिन पुलिस विभाग के वरीय अधिकारियों को वस्तुस्थिति से अवगत होते हुए भी कुछ खास कार्रवाई नही किया जाना यह निंदनीय है।

वही बैठक का संचालन अमोद सहाय ने किया तो धन्यवाद ज्ञापन रोहित कुमार ने किया। उन्होनें कहा कि जल्द ही पत्रकारिता जगत में पनप रही समस्याओं का हल निकाल लिया जाएगा व वर्किंग जॉर्नलिस्ट ऑफ इंडिया अपने कार्यों से पुरे भारत मे एक अलग मुकाम हासिल करेंगा। साथ ही संगठन का विस्तार जल्द ही किया जाएगा जिसकी घोषणा अगामी बैठकों मे की जायेगी। इस दौरान कई अन्य पत्रकार साथी भी उपस्थित थे।

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