“रोहित सरदाना को डॉ तलवार द्वारा इलाज किया जाना था, वह वहां मौजूद नहीं थे। रोहित की पत्नी सुबह तक डॉ पुरुषोत्तम लाल को फोन करती रहीं पर उन्होंने फोन नहीं उठाया। स्टेराइड मॉनिटरिंग में देना था लंग इन्फैक्शन के लिए, परन्तु मॉनिटरिंग ही नहीं की किसी डॉक्टर ने…..
राजनामा.कॉम। मशहूर टीवी पत्रकार रोहित सरदाना की शुक्रवार को दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। कुछ दिन पहले वह कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे और नोएडा के सेक्टर-11 स्थित अस्पताल में भर्ती थे।
सुप्रीम कोर्ट के वकील प्रशांत पटेल ने ट्वीट कर कहा कि मेट्रो अस्पताल, नोयडा के डॉक्टरों की गलती से रोहित सरदाना की मृत्यु हुई है। उन्होंने लिखा, इस अस्पताल पर 2018 में भी मरीजों से चीटिंग की एफआईआर हुई थी।
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, रोहित सरदाना को डॉ तलवार द्वारा इलाज किया जाना था, वह वहां मौजूद नहीं थे। रोहित की पत्नी सुबह तक डॉ पुरुषोत्तम लाल को फोन करती रहीं पर उन्होंने फोन नहीं उठाया। स्टेराइड मॉनिटरिंग में देना था लंग इन्फैक्शन के लिए, परन्तु मॉनिटरिंग ही नहीं की किसी डॉक्टर ने।
अब सोशल मीडिया पर सवाल उठ रहे हैं कि रोहित सरदाना रिकवर हो चुके थे, मेट्रो हॉस्पिटल, नोयडा को मेडिकल बुलेटिन जारी करके बताना चाहिए कि कैसे रिकवर हो चुके रोहित की अचानक हृदय गति रुक गई और किन परिस्थितियों में उन्हें आईसीयू में रखना पड़ा।
रोहित सरदाना के मित्र तथा जी न्यूज के संपादक सुधीर चौधरी उन लोगों में रहे जिन्होंने ट्वीट कर उनके निधन की जानकारी सबसे पहले दी।
मेट्रो अस्पताल के अधीक्षक डॉ रिबू राजपाल के अनुसार रोहित सरदाना को कोरोना संक्रमण की वजह से सेक्टर 11 स्थित मेट्रो अस्पताल में भर्ती कराया गया था।