राजनामा.कॉम। झारखंड राज्य के सरायकेला-खरसावां जिला में अपराधियों का मनोबल इन दिनों सर चढ़कर बोल रहा है। वहां बेखौफ अपराधी और माफिया किस्म के लोग पत्रकारों को खुली धमकियां दे रहे हैं।
पहले गम्हरिया के दैनिक भास्कर के रिपोर्टर को बिल्डर सह जमीन माफिया संजय तुलस्यान द्वारा जान से मारने की धमकी दी गई, उसके बाद मंगलवार को तिरुलडीह के आंचलिक पत्रकार विद्युत महतो को बालू माफियाओं ने जान से मारने की धमकी दी है।
इस संबंध में विद्युत महतो ने तिरूल्डीह थाने में बालू माफिया बुबाई महतो, नाजिर अंसारी, धरनी प्रमाणिक, कबीर अंसारी राम सिंह मुंडा और असलम अंसारी के खिलाफ तिरूल्डीह थाने में एफ आई आर दर्ज कराया है।
दर्ज एफआइआर के अनुसार मंगलवार को वह समाचार संकलन कर घर लौटने के तिरूलडीह बाजार में वे अपनी मोटरसाइकिल के टायर में हवा भरा रहा थे। तभी वहां सभी बालू माफिया जुटे और उसे फर्जी पत्रकार बताते हुए पत्रकारिता छोड़ने की धमकी दी। उसने दर्ज एफआइआर के आधार पर उक्त बालू माफियाओं से जान माल का खतरा बताया है।
गौरतलब है कि चांडिल अनुमंडल के ईचागढ़ और तिरूलडीह इलाके में अवैध बालू खनन और उठाव का खेल धड़ल्ले से चल रहा था। पुलिस को जानकारी मिलते ही पुलिस ने दबिश देते हुए कई ट्रैक्टरों को अवैध बालू खनन और परिचालन करते जप्त कर लिया है।
इसको लेकर क्षेत्र के बालू माफियाओं में खलबली मची हुई है। उधर कुछ स्थानीय पत्रकारों की भी इसके पीछे संलिप्तता की आशंका जताई जा रही है।
सूत्रों की अगर मानें तो, जो पत्रकार बालू माफियाओं से मिले हुए हैं, वही छोटे अखबारों के रिपोर्टरों का नाम बालू माफियाओं को देखकर बालू माफियाओं से उन्हें धमकाने का काम कर रहे हैं, जिसकी जांच जरूरी है।
बताया जाता है, कि एक पत्रकार का परिवार बालू के खेल में पूरी तरह संलिप्त है, और वह इस खेल का मास्टरमाइंड भी है। पुलिस प्रशासन को इस दिशा में भी जांच करने की जरूरत है।
फिलहाल तिरूल्डीह थाना पुलिस ने मामला तो दर्ज कर लिया है, लेकिन पुलिस को पत्रकार के सुरक्षा के प्रति भी गंभीरता दिखाने की जरूरत है।
वैसे जिले में दो-दो थानों में पत्रकार को माफियाओं द्वारा धमकी मिलने की शिकायत दर्ज होने से जिले के पत्रकारों में नाराजगी देखी जा रही है। जल्द ही जिले के पत्रकार एसपी से मिल सकते हैं और अपनी समस्या बता सकते हैं।