31 मार्च, पटना (इंडिया न्यूज रिपोर्टर)। बिहार के 3 जिलों में कुल 12 बच्चें आग में समा गए। अररिया में जहाँ एक साथ 6 मासूम जलकर राख हे गए, वहीं गया और भागलपुर में 3 बच्चे जल मरे।
खबर है कि अररिया जिले के पलासी प्रखंड के चहटपुर पंचायत के कवैया गांव में आग लगने से भाई-बहन सहित पांच परिवार के छह मासूम जिंदा जल गए। मृतकों में चार बच्चे और दो बच्चियां शामिल हैं। सभी बच्चों की उम्र 3 से पांच के बीच है।
ग्रामीणों के अनुसार सभी बच्चे मंजूर के घर के पास बने घास के घर में खेल रहे थे। गेहूं के डंठल से ये घर भरा हुआ था। बच्चों ने गेहूं की बालियों को आग में भूनने की कोशिश की थी, तभी आग पास में रखे गेहूं के डंठल में लग गई और सारा डंठल घर से बाहर निकलने के रास्ते पर गिर गया। इससे रास्ता बंद हो गया और बच्चे घर से नहीं निकल पाए।
इस कारण सभी बच्चे जिंदा जल गए। अग्निशमन गाड़ी ने मौके पर पहुंचकर आग को फैलने से रोका, लेकिन तब तक छह बच्चों की झुलसकर मौत हो गई थी।
मृतकों में मो. यूनुस का पुत्र अफसर (5) व पुत्री गुलनाज (3), मंजूर का पुत्र दिलबर (4), फारुक का पुत्र बरकस (3.6), मतीन का पुत्र अली (4 वर्ष), तनवीर की पुत्री खुशनेहा (5 वर्ष) शामिल हैं।
तीन बच्चों की जलने से मौतः भागलपुर के पीरपैंती प्रखंड की पशुरामपुर पंचायत के बरबरिया नया टोला गांव में तीन मासूम की झुलसकर मौत हो गई। लालमुनि मंडल दो पुत्री प्रिया कुमारी (4 वर्ष ), नैना कुमारी (एक वर्ष) और पुत्र आशीष कुमार (3 वर्ष) की मौके पर ही मौत हो गई।
बताया जाता है कि मां और पिता बच्चों को घर में सुलाने ले बाद गांव में होली खेलने गए थे। इसी बीच आग लग गई। आग लगने की जानकारी मिलते ही दोनों घर पहुंचे।
बच्चों को बचाने में लालमुनि मंडल और उसकी पत्नी रीता देवी भी झुलस गई। आग लपटें देख बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंचे और किसी तरह आग पर काबू पाया। आग लगने के कारणों का पता नहीं चल सका।
होलिका दहन में तीन मासूम जिंदा जलेः बोधगया थाना अंतर्गत मनकोसी गांव के टोला राहुल नगर में होलिका दहन के लिए गए तीन मासूम जिंदा जल गए।
ग्रामीणों के अनुसार होलिका दहन में पारम्परिक तरीके से आग लगाने को चार नाबालिग पहुंचे थे। मौके पर काफी संख्या में लोग मौजूद थे। चारों बच्चे लाठी में आग लगाकर होलिका को जलाने की तैयारी में जुटे ही थे कि इसी बीच दूसरी ओर से होलिका में किसी ने आग लगा दी।
आग इतनी तेजी से फैली कि होलिका के काफी नजदीक रहे बच्चों को संभलने का मौका नहीं मिला और झुलसने से उनकी मौत हो गई।
मृतकों में बाबूलाल मांझी का पुत्र नंदलाल मांझी (14), कौलेश्वर मांझी का पुत्र रोहित कुमार (14), स्व. पिंटू मांझी का पुत्र उपेन्द्र कुमार (12) शामिल हैं।