राजनामा.कॉम। आखिरकार ठीक वैसा ही हुआ, जैसा कि पहले से अंदेशा था। द रांची प्रेस क्लब के सचिव और अध्यक्ष के नाम राजनामा.कॉम के प्रधान संपादक मुकेश भारतीय के अधिकृत झारखण्ड उच्च न्यायालय के अधिवक्ता बी.एन.झा की ओर से भेजी गई लीगल नोटिश वैरंग वापस लौट आई।
वरिष्ठ अधिवक्ता श्री झा द्वारा रांची प्रेस क्लब की अधिकृत वेबसाइट और संस्था निबंधन कार्यालय में दर्ज समान पता पर 28 नवंबर,2017 को प्रेसीडेंड, द रांची प्रेस क्लब, रजि. ऑफिसः करमटोली चौक, बूटी रोड, रांची-834008 के पते पर नोटिश भेजी थी। इसी पते पर सेक्रेटरी के नाम भी नोटिश भेजे गये थे।
भारतीय डाक विभाग की एदलहातु शाखा द्वारा वापस निबंधित सीलबंद लिफाफा पर अंकित है कि पोस्टमैन उपरोक्त पते पर लगातार 01 दिसबंर 2017, 04 दिसबंर 2017, 05 दिसबंर 2017, 06 दिसबंर,2017 को नोटिश लेकर गया, लेकिन वहां अवस्थित घर में ताला बंद पाया गया। इसलिये नोटिश लिफाफा वापस की जा रही है।
बता दें कि प्रेस क्लब रांची का सदस्यता प्रक्रिया में घोर मनमानी बरते जाने से क्षुब्ध राजनामा.कॉम के प्रधान संपादक मुकेश भारतीय ने झारखण्ड उच्च न्यायालय के अधिवक्ता बी.एन. झा के माध्यम से द रांची प्रेस क्लब के अध्यक्ष और सचिव को लीगल नोटिस भेजा था।
इस लीगल नोटिस में मुकेश भारतीय को प्रेस क्लब की सदस्यता प्रदान करने को कहा गया था, ताकि मुकेश भारतीय को क्लब में संवैधानिक अधिकार प्राप्त हो जाये। लीगल नोटिस में मुकेश भारतीय को सदस्यता एप्रुव्ड करने की सूचना पत्र मिलने के सात दिनों के अंदर उपलब्ध कराने की बात कही गई थी।
डाकघर द्वारा लौटाई गई लीगल नोटिश की बावत भारतीय डाक विभाग की एदलहातु शाखा के पोस्ट मास्टर ने बताया कि इसके पहले द रांची प्रेस क्लब के अंकित पते पर कोई लेटरादि नहीं आये हैं।
पहली बार जिस पते पर नोटिश आया है, वह द रांची प्रेस क्लब का नव निर्मित भवन है। जो लगातार एक सप्ताह तक ताला बंद पाया गया और वहां कभी कोई व्यक्ति नहीं मिला। इसलिये नेटिश को वापस प्रेषक के नाम भेज दिया गया।
अब सबाल उठता है कि वर्ष 2009-10 में मीडिया के जिन रहनुमाओं ने द रांची प्रेस क्लब का निबंधन कराया था, उसके कागजात में पता के स्थान पर द रांची प्रेस क्लब, रजि. ऑफिसः करमटोली चौक, बूटी रोड, रांची-834008 का जिक्र कैसे किया गया।
जबकि एदलहातू डाकघर शाखा द्वारा जिस द प्रेस क्लब भवन की बात की गई है, वह अभी किसी भी प्रेस संस्था को अधिकृत तौर पर नहीं सौंपी गई है।
सबसे बड़ी बात कि द रांची प्रेस क्लब द्वारा अपने निबंधन के समय या वर्तमान में अपनी अधिकृत वेबसाइट पर कहीं कोई अन्य संपर्क पता का उल्लेख नहीं किया गया है। यहां तक कि सूचना प्रौधोगिकी के इस दौर में ईमेल भी अंकित नहीं की गई है, ताकि कोई क्लब के रहनुमाओं से उस जरिये भी संपर्क स्थापित कर सके।